
रूस की जेल में 479 दिनों से कैद अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच को 16 साल जेल की सजा सुनाई गई है। रूस की कोर्ट ने इवान को जासूसी के मामले में दोषी ठहराया है। कोर्ट के दस्तावेज के मुताबिक, इवान अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA का एजेंट है, जो रूस के यूराल शहर में एक मिलिट्री टैंक फैक्ट्री की जासूसी करते पकड़ा गया था।
न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, इवान को पहले येकातेरिनबर्ग के यूराल शहर में 3 दिन तक कमरे में बंद किया। इसके बाद उसे कोर्ट के सामने पेश किया गया। इवान को मार्च 2023 में यूराल में रिपोर्टिंग के दौरान गिरफ्तार किया गया था। वह अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल का पत्रकार है। 30 साल पहले शीत युद्ध खत्म होने के बाद यह पहली बार है, जब रूस में किसी अमेरिकी पत्रकार को सजा सुनाई गई है।
कोर्ट के फैसले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि इवान को इसलिए टारगेट किया गया क्योंकि वह एक अमेरिकी नागरिक है। इससे पहले रूस की फेडेरल सिक्योरिटी सर्विस यानी FSB ने आरोप लगाया था कि इवान ने अमेरिका के कहने पर रूस के मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स की जानकारी इकट्ठा की थी।

रूस ने जासूसी के आरोप में गेर्शकोविच को पिछले साल मार्च में गिरफ्तार किया था।
‘इवान की रिहाई के लिए हर संभव प्रयास करते रहेंगे’
व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका इवान की रिहाई के लिए हर संभव कोशिश करता रहेगा। रूस और अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि वे कैदियों की अदला-बदली पर भी बातचीत जारी है।
वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इवान के बदले अपनी सिक्योरिटी सर्विस FSB के लिए काम करने वाले वादिम क्रासिकोव को छुड़ाने की मांग कर रहे हैं। क्रासिकोव इस वक्त जर्मनी की जेल में कैद है। उसे 2019 में निर्वाचित चेचेन कमांडर जेलिमखान की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने इवान की गिरफ्तारी को गंभीर अपराध बताया है। उन्होंने कहा कि यह दिखाता है कि रूस में मीडिया को दबाया जाता है। वहीं, जर्मनी के विदेश मंत्री अन्नालेना बैरबॉक ने कहा कि यह मामला राजनीति से प्रेरित है और पुतिन के डर को दिखाता है।
कौन हैं अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच ?
इवान गेर्शकोविच अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल के लिए काम करते थे। वे मॉस्को में रहकर यूक्रेन जंग और रूस की प्राइवेट मिलिट्री वैगनर ग्रुप को कवर कर रहे थे। उनकी आखिरी रिपोर्ट जंग की वजह से तबाह हो रही रूस की अर्थव्यवस्था पर थी।
इससे पहले इवान ने न्यूज एजेंसी AFP, द मॉस्को टाइम्स और न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए भी काम किया था। इसके अलावा रूस की जेल में अमेरिकी पत्रकार अलसु कुर्माशेवा और बैलेरीना केन्सिया करेलिना को गिरफ्तार किया है। इन दोनों के पास अमेरिकी-रूसी नागरिकता है।
साथ ही अमेरिकी नागरिक मरीन पॉल व्हेलन को भी जासूसी के आरोप में 16 साल की जेल हुई है। बाइडेन ने व्हेलन की गिरफ्तारी को गैर-कानूनी बताया है और कहा कि अमेरिकियों की रिहाई और सुरक्षित वापसी हमारी प्राथमिकता है।

तस्वीर FCB सिक्योरिटी सर्विस के लिए काम करने वाले वेदिम क्रासिकोव (दाएं) की है। उसे जर्मनी में हत्या के मामले में दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।
अमेरिकी खिलाड़ी के बदले रूस ने ‘मौत के सौदागर’ को छुड़ाया
इससे पहले रूस ने अमेरिका की गिरफ्त से विक्टर बाउट नाम के शख्स को छुड़ाया था। BBC के मुताबिक, वह हथियारों का डीलर है जिसे ‘मौत के सौदागर’ के नाम से जाना जाता है। रूस ने विक्टर के बदले अमेरिका के बास्केटबॉल खिलाड़ी ब्रिटनी ग्रिनर को रिहा किया था। आजाद होने के बाद विक्टर बाउट ने रूस की राजनीति में कदम रखा और क्षेत्रीय चुनाव में जीत भी दर्ज की।
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रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अमेरिकी पत्रकार इवान गेर्शकोविच के बदले अपनी सिक्योरिटी सर्विस FSB के लिए काम करने वाले वादिम क्रासिकोव को छुड़ाने की तैयारी में हैं। क्रासिकोव इस वक्त जर्मनी की जेल में कैद है। उसे 2019 में निर्वाचित चेचेन कमांडर जेलिमखान की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी…यहां पढ़े पूरी खबर
रूस ने अमेरिकी पत्रकार को जासूसी के आरोप में पकड़ा: जांच एजेंसी बोली- US के कहने पर मिलिट्री की खुफिया जानकारी इकट्ठा कर रहा था

रूस ने गुरुवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल के लिए काम करने वाले एक अमेरिकी पत्रकार को जासूसी के आरोप में पकड़ा है। रूस की फेडेरल सिक्योरिटी सर्विस यानी FSB का आरोप है इवान गेर्शकोविच नाम का ये पत्रकार अमेरिका के कहने पर रूस के मिलिट्री इंडस्ट्रीयल कॉम्पलेक्स की जानकारी इकट्ठा कर रहा था…